Supernova क्या है? सुपरनोवा की पूरी जानकारी : एक तारे की मृत्यु!

Supernova क्या है? सुपरनोवा की पूरी जानकारी : एक तारे की मृत्यु!

सुपरनोवा क्या है?, क्या आपने सुपरनोवा के बारे मे कभी सुना है। अगर आप साइन्स मे डेजस्पी देते हो तो आपने सुपेरनोवा के बारे मे जरूर सुना होगा, आप जरूर जानते होगे की सुपेरनोवा क्या होता है। अगर आप सुपेरनोवा के बारे मे कुछ भी नहीं जानते तो कोई बात नहीं सूपरनोवा क्या है? इस पोस्ट मे आपको सुपेरनोवा के बारे मे सारी जनकारी दूंगा। मे आपको सुपेरनोवा के बारे मे ही नहीं बल्कि सुपेरनोवा से जुड़ी जिन – जिन बातो को मे जनता हूँ उन सारी बाटो को मे आपके साथ share करूंगा। आप आगे पढ़ते रहीये सुपरनोवा क्या है? इन हिन्दी के बारे मे।

बचपन मे हम रात को जब टिमटिमाते तारे देखते थे तब हमारा मन बोहोत प्रसन्नित हो जाता था। हमे बचपन मे बताया जाता था की हम मरने के बाद तारे मे बदल जाते है, मेरी मानो ये सब बाते अपने बच्चो को मत बताना। अगर उन्हे कुछ बताना ही है तो तारो के रहस्य के बारे मे बताओ जैसे की सुपरनोवा तारो का एक रहस्य ही है। मे भी आसमान मे चाँद-तारे देख कर न जाने कोनसे ख़यालो मे खो जाता था। आज भी मे आसमान मे देखता हूँ तो मेरा मन उन तारो को देखकर एकदम सा ठहर जाता है और बस मेरी सारी थकान को भूलकर मे बस उन टिमटिमाते तारो के तरफ देखता ही रहता हूँ।




ऐसे सुंदर तारो को देख कर अगर आपको बताया जाये की यह तारे भी एक दिन गायब हो जाएँगे तो आपको कैसा लगेगा , जी हाँ यह तारे भी एक दिन नष्ट होते है, इस ब्रम्हांड मे कोई भी चीज अमर नहीं है, बस हर किसी का एक समय होता है जो खतम होने के बाद हर कोई नष्ट हो जाता है। ऐसेही हर तारा एक न एक दिन नष्ट हो जाता है, और उसके नष्ट होने के बाद कोई और नया तारा जन्म लेता है। ऐसा हमारा ब्रम्हांड काम करता है।

    सुपरनोवा क्या होता है?

    इस ब्रह्मांड मे कई ऐसे राज छुपे हुये हे जो हमारी सोच से भी कई दूर है। अगर आप सोचते होंगे की विज्ञान ने अभी तक काफी खोज कर ली है, पर हम अभी भी इस ब्रह्मांड को रत्ती भर भी नहीं जानते। इस ब्रम्हांद मे कई ऐसे चमत्कारी घटनाए होती हे जिसे समझ पाना बड़ा मुश्किल है, हम यहा उन्ही मे से एक चमत्कार की बात करेंगे जो हे सुपरनोवा जो किसी चमत्कार से कम नहीं। आप ही सोचिए जब एक तारा अपने आप मे अपने सौर मंडल के सूरज से भी अधिक मास और आकार के साथ मौजूद होता है, और कुछ ही क्षणों मे नष्ट भी हो जाता है, हम इसे चमत्कार ही कहेंगे।  

    सुपरनोवा किसी के टकराव से नहीं नष्ट होते बल्कि वे अपने ही खुद की वजह से नष्ट होते है। वे नष्ट होने के बाद एक ऐसा रूप ले लेते है जिसकी घनता इस पूरे ब्रम्हांड मे सबसे ज्यादा होती है। जिसे हम The Black Hole से भी जानते है।         

    आसान भाषा मे बताए तो सुपरनोवा सितारे (the stars) की मौत हे। जी हाँ सुपरनोवा का मतलब एक सितारे की मौत होना। ये वही वक़्त हे जब कोई सितारा अपने जिंदगी के आखिरी चरण मे रहता है। सुपरनोवा उसी स्टेज का नाम हे जब किसी सितारे का बड़े से धमाके मे अंत हो जाता है। इस विशाल धमाके मे एक सितारा नष्ट तो हो ही जाता हे पर इसके बाद उस सितारे के साथ क्या होता है ये हम आगे जानेंगे। सीधी तरिके से समाजो तो सुपरनोवा एक ऐसे बोहोत बडे धमाके का नाम है जिसमे एक तारा नष्ट हो जाता है। यह सितारे के अपने ही अंदर के core के टकराने से होता है। 

    supernova क्या है? सुपरनोवा की जानकारी : एक तारे की मृत्यु
    Supernova


    इस ब्रम्हांड मे कोई भी अमर नहीं हे, सभी अपने – अपने वक़्त मे चल रहा है और अपने व्वक्त पर इस ब्रम्हांड को छोड़ कर जा रहा है। यह ब्रम्हांड का नियम हे , जो इस दुनिया मे आयेगा वो एक ना एक दिन इसे छोडकर भी जाएगा...!

    अपने विषय पर आते हे और सुपेरनोवा के बारे मे और जानकारी लेते है।


    सुपरनोवा के प्रकार: 

    सुपरनोवा के मुकयातह दो प्रकार आते है। 

    • सुपरनोवा टाइप 1

    • सुपरनोवा टाइप 2 

    आसान भाषा मे बातु तो सुपरनोवा टाइप 1 मे वे सुपरनोवा आते हे जो एक तारे को नष्ट करने के बाद एक ऐसे चीज मे बादल जाता है जिसकी घनता कम होती है। 

    पर वही सुपरनोवा टाइप 2 इस प्रकार मे सुपरनोवा कुछ ऐसे डार्क चीज मे बादल जाता है जिसकी घनता इस पूरे ब्रह्मांड मे सबसे ज्यादा होती है। उसे हम ब्लैक-होल कहते अहि, जिसकी घंटा इस पूरे ब्रम्हांड मे सबसे अधिक है। 

     

    सुपरनोवा कैसे होता है?

    जैसा की आपने जाना की सुपरनोवा क्या होता है, आपने देखा की सुपरनोवा उस बड़े धमाके का नाम हे जो पूरे सितारे को नष्ट कर देता है। हम इसे किसी सितारे का यमराज भी कहेंगे जो उसे हमेशा के लिए ले जाता है। सुपरनोवा एक बड़े धमाके का नाम हे जो धमाका किसी सितारे के फटने से होता है। यह धमाका इतना विशाल होता हे की अगर इसके चलते फूटने वाले सितारो से किसी भी वस्तु का टकराव आए तो उस वस्तु का भी नामो निशान मीट जाएगा।

    सुपरनोवा कैसे होता है : जब किसी सितारे के बिन्दु मे काफी हलचल हो और उसी हलचल के चलते जब वह तारा अपने सारे गुरुत्वाकर्षण बल को बाहर ढकल दे और इससे वह तारा एक बोहोत बड़े धमाके के साथ खुद को ही नष्ट कर दे तब होता हे “द सुपरनोवा”। सितारे के फटने के बाद जो बोहोत बड़ा धमाका होता है, वह धमाका कोई आम धमाका नहीं होता इस धमाके के साथ उस सितारे के सारे धातु, गॅस, पत्थर, और भी बोहोत कुछ सब तबाह हो कर सारे ब्राम्हांड मे उनके कण फ़ेल जाते है।


    सुपरनोवा होने के बाद क्या होता है?

    जब सुपरनोवा होता है तब एक सितारे की मौत होती है, उसके साथ साथ जब वह सितारा नष्ट होने पर होता है वो एक बड़े से धमाके मे होता है जिसे हम सुपरनोवा कहते है। पर क्या होता है एक सुपरनोवा के होने के बाद। जब एक सुपरनोवा होता है, तब एक बडा धमाका होता है जिसमे एक सितारा का अंत हो जाता है। इसी सुपरनोवा के बाद काफी ज्यादा मात्रा मे तेज सफ़ेद रोशनी होती है जिसे सुपरनोवा आफ्टर इफैक्ट (Supernova After Effect) कहते है।  इस सितारे के अंत होने के बाद उस सितारे के कोर से यानि उसके बिन्दु से बड़े और टिकाऊ धातु भी आसपास वातावरण मे घुल मिल जाते है। जिससे वे धातु एक दूसरे सितारे का निर्माण कर रहे होते है। मतलब एक सितारे के मरने से दूसरे सितारे का निर्माण होता है।  

    supernova क्या है? सुपरनोवा की जानकारी : एक तारे की मृत्यु

    मतलब एक सुपरनोवा होने के बाद एक नए सितारे का जन्म होता है। एक टरफ सुपरनोवा मे सितारे की मौत होती हे, उसका अंत होता है। और दूसरी तरफ एक नए सितारे का जन्म होता है... काफी मजेदार ब्राम्हांड है! खैर आशा करता हूँ की आपको पता चल गया होगा की सुपरनोवा होने के बाद क्या होता है।


    सुपरनोवा होने के बाद आखिर मे क्या होता है?

    ·    एक सितारे का बड़े से धमाके मे अंत हो जाता है।

    ·    जैसे ही वो सितारा बड़े से धमाके मे नष्ट होता है, उससे उसका गुरुत्वाकर्षण बल बाहर की तरफ जाता है।

    ·    सुपरनोवा मे उस सितारे का गुरुत्वाकर्षण बल जैसे ही बाहर की ओर जाता है, उसमे रहते धातु और कई सारे चिजे उसके आस पास के वातावरण मे फैल जाते है।

    ·    जैसे ही उसके धातु वतरवारण मे फैल जाते है, उसके बाद उन्ही के मदत से एक नए सितारा का जन्म होता है।


    सुपरनोवा के बाद उस मरे हुये सितारे का क्या होता है?

    जब बड़े से धमाके मे कोई सितारा नष्ट हो जाता है, जिसे हम सुपरनोवा कहते है। तब उस सितारे को क्या होता है? यह सवाल आपके मन मे जरूर आया होगा की। और एक सवाल आपके मन मे आया होगा की अगर एक सितारा मर जाये तो उसके बाद उस सितारे का क्या होता है?

    supernova क्या है? सुपरनोवा की जानकारी : एक तारे की मृत्यु
    सुपरनोवा के बाद का नजारा!


    जब सुपरनोवा होता है और उस सुपरनोवा के धमाके मे जब किसी सितारे की मौत होती है, तब वह सितारा न्यूट्रॉन स्टार कहलाता है (Neutron – star)। उस मरे हुये सितारे को न्यूट्रॉन स्टार इसलिए   कहते है क्योंकि उस बड़े से सितारे के नष्ट होने के बाद उसपर सिर्फ न्यूट्रॉन ही बचे रहते है। जिससे हम उस नष्ट हुये सितारे को न्यूट्रॉन स्टार कहते है।


    न्यूट्रॉन – स्टार क्या होते है? | what are Neutron – star

    न्यूट्रॉन स्टार वे स्टार होता है जो सुपरनोवा के बाद बनाता है। यह वही सितारा होता है जो सुपरनोवा के बड़े से धमाके मे नष्ट हुआ होता है। इन्हे न्यूट्रॉन स्टार इसीलिए कहा जाता है, क्योंकि इनमे न्यूट्रॉन की मात्रा काफी ज्यादा होती है। जब बड़े तारे की सुपरनोवा विस्फोट मे अंत हो जाता है, तभी वह बड़ा सा तारा छोटा होने लगता हे और आखिर मे वह बड़ा सा तारा 20km diameter का रेह जात है।

    supernova क्या है? सुपरनोवा की जानकारी : एक तारे की मृत्यु
    न्यूट्रॉन - स्टार : एक ब्लॅक - होल

    जब बड़ा सितारा अपने आपको न्यूट्रॉन – स्टार (Neutron – star) मे बादलता है तब उसका आकार बोहोत छोटा हो जाने के कारण उसकी घनता काफी ज्यादा बढ़ जाती है। यूं कहे की उसकी घनता इतनी ज्यादा बढ़ जाती हे की 30 सूरज की घनताओ को मिलाने के बाद हमे Neutron – star की घनता मिलेगी। ऐसे मे Neutron – star की ज्यादा घनता होने के कारण वह बाद मे जाकर black – hole का रूप भी ले लेते है। जिसे हम डाइंग – स्टार भी कहते है।  


    न्यूट्रॉन – स्टार कैसे बनते है?

    जब सुपरनोवा धमाका होता है , और उसमे जब कोई बड़ा सितारा नष्ट हो जाता है, तभी वह बड़ा सा तारा छोटा – छोटा होने लगता है। बड़े तारे का आकार सुपरनोवा के विस्फोट के बाद छोटा होने लगता है, और वह तारा इतना छोटा हो जाता है और इस छोटे तारे की diameter 10km से 25km तक ही रेह जाती है।

     

    सुपरनोवा के विषय मे कुछ मजेदार तथ्य:

    Facts about Supernova in hindi

    • 185 AD के बाद के वक़्त मे एक चाइनिज खगोल विज्ञानी ने जब आसमान मे तेज रोशनी देखि जिसका उल्लेख उन्होने लेटर हान (Later Han) इस किताब मे किया है। आप इससे जानोगे की सबसे पहले सुपरनोवा को 2000 साल पहले खोजा गया था। 

    • जैसा की मीने आपको बताया की जब सुपरनोवा होता है, तब उसके बिंदु से ऐसे कुछ पदार्थ निकलके आते हे जिनका पसराव उस सितारे के आस - पास होता है। और वे वातावरण मे किसी माध्यम से फैलने लगते है। और आप हैरान होगे ये जानकार की वे वही पदार्थ है जो हमारे खून मे iron बनके दौड़ रहा है, हमारे अंदर Oxygen बनकर हमे जिंदगी दे रहा है, जो आपके कम्प्युटर मे जो सिलिकॉन होता है, वे सब एक सितारे से ही आते है। 

    • सुपरनोवा कोई साधारण घटना नहीं होती बल्कि वे वही घटना होती है जो किसी भी कण को सबसे तेज घूमा सकती है। जी हाँ सुपरनोवा जब होता है तब वो हर कण को सबसे ज्यादा जोरों से घूमा सकता है। 

    • सुपरनोवा जब होता है, तब सितारा नष्ट होता हे पर जब यह घटना होती है तब वे अपने साथ बोहोत सारी ग्यामा रेस (gyamma - rays) छोड़ के जाते है। ये तथ्य इस बात को बताता है की सूपरनोवा जब होता हे तब वो radioactive पदार्थ को जन्म देता है। 

    • सुपरनोवा से हम डार्क ऊर्जा का शोध लगा सकते है। 

    • सुपरनोवा एक जल्दी घड़ने वाला प्रक्रिया होता है जो सिर्फ 10 सेकंड के लिए चलता है। 

    अशा करता हूँ की आपको  supernova क्या है? सुपरनोवा की जानकारी : एक तारे की मृत्यु और आपको सुपरनोवा क्या है? क्या होता है सुपरनोवा? इन सारे सवालो के जवाब भी मिल गया होगा, अगर सुपरनोवा के बारे मे कोई भी सवाल हो तो कमेंट मे बताने से मत डरे, टीचर नहीं भाई हे हम आपके!

    तो चलिये  supernova क्या है? सुपरनोवा की जानकारी : एक तारे की मृत्यु इस मे अगर आपको कुछ गलत लगा हो तो हमे जरूर बताए। मे उसमे जरूर बदलाव लाऊँगा।


    धन्यवाद!

    जय हिन्द !!

     


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