सबके फिंगरप्रिंट्स अलग क्यूँ होते है Fingerprints facts in hindi

 

सबके फिंगरप्रिंट्स अलग क्यूँ होते है? हाथों पर फिंगरप्रिंट्स कैसे आते है

क्या आपको पता है फिंगरप्रिंट्स क्या होते है? आगर नहीं तो सबके फिंगरप्रिंट्स अलग क्यूँ होते है Fingerprints facts in hindi इस पोस्ट मे जान लो। हम इस पोस्ट मे फिंगरप्रिंट्स की सारी जानकारी हिन्दी मे जानेंगे। 



कहते है हर इंसान अलग होता है, इस संसार मे हर आदमी के पास अलग जरूर होता है। अगर दो इंसान दिखने मे भी समान होगे फिर भी यूनमे कुछ बाते ऐसी जरूर होगी जो उन्हे अलग करता होगा। तभी तो हम दो जुड़ावा बच्चों को भी पहचान लेते है, क्योंकि उनका अगर चेहरा एक जैसा होगा पर उनकी आदते और तरीके अलग अलग होगा। पर आज आप ऐसी चीज के बारे मे जानोगे जो एक इंसान को सभी इन्सानों से अलग करता है। और वो है फिंगरप्रिंट , इंसान चाहे कुछ भी करले अपने इस फिंगरप्रिंट्स को मिटा नहीं सकता। चाहे कितनी भी कोशिश करों  इन्सानों के ये फिंगरप्रिंट्स नहीं मिटा पाओगे। ये उन निशानों मे से एक है जो हर इंसान को अलग पहचान देता है। तो क्या आप जानते है की कैसे इन unique फिंगरप्रिंट्स का जन्म होता है, औ क्या होती है ये फिंगरप्रिंट्स , और कैसे ये फिंगरप्रिंट्स इन्सानो को अलग बनती है, और क्या इन फिंगरप्रिंट्स को मिल पाना आसान है, जांगे इन सारे सवालो के जवाब सबके फिंगरप्रिंट्स अलग क्यूँ होते है? हाथों पर फिंगरप्रिंट्स कैसे आते है इस पोस्ट मे। 

 

    फिंगरप्रिंट्स क्या होती है ? 

    फिंगरप्रिंट्स हर किसी के होते है, एक इंसान का फिंगरप्रिंट्स का ना होना यह नामुमकिन है। हर किसी को फिंगरप्रिंट्स होते है, इसके फायदे भी हमे होते है। ऐसा नहीं की आपके फिंगरप्रिंट्स कभी काम नहीं आते , बल्कि हर रोज़ के कामो मे हमे इन फिंगरप्रिंट्स की जरूरत होती है। जब आप अपने हाथों की उँगलियों को देखोगे तब यूनापे जो पैटर्न (Pattern) बने होगे उन्हे फिंगरप्रिंट्स कहते है। वो पैटर्न मुख्यतः 4 प्रकार के होते है। 

     

    फिंगरप्रिंट्स के मुख्यतः 4 प्रकार :   



    सबके फिंगरप्रिंट्स अलग क्यूँ होते है Fingerprints facts in hindi
    Fingerprints-Patterns

    • लूप 

    • डबल लूप 

    • व्होर्ल (Whorl) 

    • आर्क (Arch)

    यह ऐसा पैटर्न होते है जो हर किसी के अलग होते है। इस दुनिया मे आज तक ऐसा ना हुआ है ना कभी होगा, जो दो इन्सानों के हाथ के पैटर्न एक जैसे हो। इसका कारण भी हे जो आखिर मे दिया है। 

     

    हाथों के फिंगरप्रिंट्स का क्या उपयोग होता है?

    हमारे हाथों मे इन फिंगरप्रिंट्स के होने से हमे बड़ा फायदा मिलता है। इससे हमे अच्छी पकड़ मिल पाती है। अगर हमारे हाथों मे फिंगरप्रिंट्स ना होते तो हम किसी भी चिज को ठीक से महसूस नहीं कर पाते। हमारे हाथों के 60% से ज्यादा काम हमारे फिंगरप्रिंट्स से मुमकिन हो पाते है। आज की दौर मे देखा जाये तो हमारी उंगली के फिंगरप्रिंट्स से ही हम बड़े आसानी से मोबाइल को चला पाते है। आप ही सोचिए अगर आपके पास फिंगरप्रिंट्स नहीं होते तो उस मोबाइल मे लगे fingerprint Unlockका कोई मतलब नहीं रहता। यह भी जानलों की हम जो मोबाइल फोन का ईस्तमाल कराते है वो भी फिगरप्रिंट्स से ही हो पाता है। अगर हमारे पास फिंगरप्रिंट्स नहीं होते तो हम ठीक से मोबाइल चला भी नहीं पाते।

    फिंगरप्रिंट की मदत से आप अपने हाथों मे जो भी वस्तु या कोई भी स्पर्श कराते हो उसकी सारी जानकारी हमे इन फिंगरप्रिंट्स की मदत से ही मिलती है। अगर हमारे पास फिंगरप्रिंट्स न हो तो हम चीज़ो को समझ नहीं पाएंगे और हमे कोई भी आसान काम बड़ा मुश्किल लगेगा। अगर आपके पास फिंगरप्रिंट्स नहीं होगे तो हर चीज आपके हाथों से फिसलने लगेगी। बिना फिंगरप्रिंट्स से आप नमक का एक दाना भी उठा नहीं जाओगे, इतना ही नहीं आप तापमान को भी भाप नहीं पाएंगे, आप हाथों से किसी भी चीज को स्पर्श करके यूनामे अंतर नहीं बता पाएंगे। अब आपने जान ही लिया होगा की आप अपने फिंगरप्रिंट्स से क्या कुछ नहीं कर सकते। अगर आप फिंगरप्रिंट्स के बारे मे इतना कुछ पहले नहीं जानते थे तो नीचे कमेंट जरूर करे। 

     

    फिंगरप्रिंट्स कैसे बनते है?

    फिंगरप्रिंट्स के बारे मे आपने अब तक जान ही लिया होगा की फिंगरप्रिंट्स कितने काम के होते है। पर इन फिंगरप्रिंट्स का पैटर्न  कैसे बनता है, और ये पैटर्न सब के अलग क्यूँ होते है। फिंगरप्रिंट्स तभी से बनने शुरू हो जाते है जब से एक इंसान अपने माँ के पेट मे होता है। माँ की कोख से ही हमारे हाथों के फिंगरप्रिंट्स बनने की शुरुवात होती है। मतलब जब आप अपनी माँ की कोख मे थे तभी से आपके फिंगरप्रिंट्स बन चुके थे।   

     

    जब एक इंसान माँ के कोख मे होता है तब उसके उँगलियों पर ऐसे सेल की कोशिया होती है, जो बहुत ही पतली होती है उसे वोलर पैड कहते है। ये वोलर पैड उँगलियों के त्वचा के नीचे होती है। इन वोलर पैड से ही उँगलियों के पैटर्न कैसे बनेंगे यह तय होता है। शुरुवाती वक़्त मे इन वोलर पैड मे कई सारे कॉम्बिनेशन बनते है, जिससे कई सारे पैटर्न बनने लगते है जो मुख्यतः 4 प्रकार के होते है लूप, डबल लूप, आर्क, व्होर्ल। 

     

    वोलर पैड के ऊपरी हिस्से मे बहुत सारे लेयर होते है, और उस लेयर (Layer) के सेल्स अलग अलग तरीके से बढ़ाने लगते है। जब नीचे की लेयर बढ़ती है तब उसके ऊपर की लेयर फटने लगती है, और उसी तरह आखिर की लेयर पर कुछ निशान आने लगते है जिन्हे ridges कहा जाता है, जिन्हे हम हाथों की लकीरें कहते है। यह लकीरें उँगलियों के चारों ओर से एक समान बढ़ने लगती है, जो नाखून के पास, उंगली के जोड़ से, और उंगली के ऊपरी हिस्से से बढ़ने 

    लगती है। ऐसे हाथ की लकीरें धीरे - धीरे पूरी तरह से बन जाती है। एक वक्त ऐसा आता है जब ये लकीरें इतनी पास आ जाती हे की वो block और split होने लगती है, और इसी वजह से हाथों की लकीरें अलग अलग बनने लगती है।     

     

    फिंगरप्रिंट्स बनने मे भी बोहोत से factor होते है, जो नीचे दिये हुये है।

    फिंगरप्रिंट के लिए महत्वपूर्ण factor  :


    • गुरुत्वाकर्षण बल (Gravitational - force) - जैसी उंगली के गुरुत्वाकर्षण के बल पे कैसे राखी हे , उससे भी फिंगरप्रिंट का पैटर्न तय होता है।


    • त्वचा के नीचे मौजूद कोशिकाएँ और नस - त्वचा के नीचे मौजूद कोशिकाएँ कैसे बढ़ रहे है इससे भी फिंगरप्रिंट का पैटर्न तय होता है। 


    • तरल पदार्थ का दबाव (Fluid - Pressure)


    ये तीनों फ़ैक्टर उँगली के फिंगरप्रिंट के आकार को तय करते है। ऐसे ही अगर देखा जाये तो हर औसतन आदमी के हाथों पर ये पैटर्न के कई सारे संभावना होती है। तो अगर calculate किया जाये तो ये नामुमकिन हे की दो उँगलियों के फिंगरप्रिंट्स एक जैसे हो।  तो ये जानकारी थी की कैसे फिंगरप्रिंट्स बनते है, और सभी लोगो के फिंगरप्रिंट्स अलग क्यूँ होते है।    

     

    आशा करता हूँ की आपको फिंगरप्रिंट्स के बारे मे जानकारी मिली होगी। और जो सवाल आपके मन मे होगे जैसे सबके फिंगरप्रिंट अलग क्यूँ होते है?, फिंगेरप्रिंट कैसे बनते है?, फिंगेरप्रिंट से हम क्या कर सकते है, और भी ऐसे सवालों के जवाब हमने सबके फिंगरप्रिंट्स अलग क्यूँ होते है Fingerprints facts in hindi इस पोस्ट मे देखा। अगर आपके मन मे फिंगरप्रिंट के बारे मे कोई भी सवाल हो तो हमे नीचे कमेंट मे जरूर बताए।

     

    जय हिन्द!!    

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