Wireless Reverse चार्जिंग : अब दुसरे फ़ोन से होगे फ़ोन चार्ज बिना किसी वायर के, चार्जिंग का नया भविष्य है Wireless Reverse चार्जिंग।
आपके लिए Wireless यह शब्द कोई नया शब्द नहीं होगा। आपने अक्सर Wireless के प्रोडक्ट इस्तेमाल किये होंगे, जैसेकी Wireless ईरफ़ोन, ब्लूटूथ, buds इत्यादि। पर क्या आपने सुना है की अब आप अपने फ़ोन की चार्जिंग बिना वायर के कर सकते हो। यानी अब चार्जिंग होगी Wireless, जी हाँ बिना किसी वायर की चिंता किये।
यह तकनीक नयी नहीं है बल्कि काफी सालो से यह तकनीक इस्तेमाल हो रही है पर जो नयी तकनीक है, वो आपको चौका भी सकती है और नहीं भी। वायरलेस चार्जिंग से ऊपर उठकर अब Wireless Reverse चार्जिंग नयी तकनीक के रूप में आयी है। यह आपका समय भी बचाएगी, और आपके काम भी आसान करेगी। पर जैसे की हम जानते है की नयी तकनीक के सिर्फ फायदे ही नहीं होते उसके कुछ नुक्सान भी हो सकते है। वैसे ही इस Wireless Reverse चार्जिंग के फायदे तो है ही पर उसके साथ इसके नुक्सान भी है।
Reverse चार्जिंग क्या है?
क्या अपने कभी Power Bank देखि है, पॉवर बैंक मतलब एक ऐसा देवीचे जो कुछ energy को स्टोर करके रखता है, और जरुरत पड़ने पर हम उसे अपना मोबाइल चार्ज करने के लिए इस्तेमाल करते है। इसी चार्जिंग को हम Reverse चार्जिंग बोलते है, आसान भाषा में ऐसी चार्जिंग जो किसी ऐसे device की सहायता से की जारी हो ज्सिअमे पहले से ही एनर्जी स्टोर्ड रहती है, उसे हम Reverse चार्जिंग बोलते है।
मार्किट में ऐसे कई सारे रिवर्स चार्जिंग सपोर्टेड मोबाइल फ़ोन हे जिसमे रिवर्स चार्जिंग तकनीक इस्तेमाल की गयी हो। जैसे की
Xiaomi Redmi Note 9
Samsung Galaxy S10
Vivo U20
यह कुछ मोबाइल है जो रिवर्स चार्जिंग को सपोर्ट करते है। अगर रिवर्स चार्जिंग हर Smart Mobile को सपोर्ट करने लगे तो बहुत लोगो के chargers का बोज़ हल्का हो जाएगा। रिवर्स काह्र्गिंग करते वक्त बस आपको एक ड्यूल हेड वाली पिन लगेगी जिसमे दोनों तरफ इनपुट हेड होगे। जिसकी मदत से आप एक पिन उस फ़ोन में connect करेंगे जिससे चार्जिंग करनी है, और दूसरा उससे जो चार्ज होने वाला है। इससे ऐसे होता है की एक फ़ोन की चार्जिंग दुसरे फ़ोन में easily जाती रहती है।
रिवर्स चार्जिंग के नुक्सान यही है की, वे जब पहले फोन की बैटरी कम होगी, तब वो फ़ोन heat होने की संभावना होती है। पर अगर सोचो की वो चार्ज करने वाली वायर भी ना रहे तो कैसा होगा, उसे हम wireless रिवर्स चार्जिंग कहेंगे।
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Wireless Reverse चार्जिंग क्या है?
जब बात आती है वायरलेस रिवर्स चार्जिंग की तो यह तो अद्भुत काम है, मतलब बस दो फ़ोन एक दुसरे के साथ रख दो और बस चार्जिंग होने का इंतज़ार करो, एक फ़ोन की बैटरी डाउन होती रहेगी, और दुसरे फ़ोन की बैटरी चार्ज होती रहेंगी। यह तकनीक भविष्य में इतनी ज्यादा प्रचलित होने वाली है की अब हमें ना किसी चार्जर की न किसी चार्जर वायर की जरुरत होगी। ऐसी तकनीक जो बिना किसी चार्ज के या बिना किसी वायर के दूसरे फ़ोन को चार्ज कर सके।
भविष्य में जाकर कुछ ऐसा भी हो सकता है एक देवीचे ऐसा भी आएगा, की उसके आस पास कोई इलेक्ट्रिक चीज आन एपर वो उसे चार्ज करने लगे। मतलब चार्जिंग करने की झंजट ही ख़तम। इसी भविष्य को सच करने के लिए वायरलेस रिवर्स चार्जिंग यह पहला कदम माना जा सकता है।
पर यह तकनीक तभी सफल साबित होगी जब ये chargers के मुकाबले फ़ास्ट चार्ज करे। हम अभी तो जानते है की अब mobile brands में कैमरा के साथ साथ अब चार्जिंग स्पीड का भी competition हो गया है। अगर यह तकनीक अपनी साधारण स्पीड से ज्यादा स्पीड नहीं देगी, तो हम chargers ही इस्तेमाल करना पसंद करेंगे।
खैर अगर यह तकनीक सभी फोंस में आगई तो चार्जिंग करने का सबसे बड़ा बोझ हमारे सर से उठ जायेंगा। हमें वायर के chargers बोहोत ही तकलीफ़ो से जाना पड़ता है, अब कोई तकलीफ नहीं सारे काम अब एक मोबाइल के टच के साथ होगे। यह तो बस एक शुरुवात है। अभी तो Wireless Reverse चार्जिंग पर बोहोत काम करना होगा, जिससे आने वाले कल को और भी आसान बनाया जा सके।
आशा करता हूँ की Wireless Reverse चार्जिंग क्या है, और क्या हम एक फ़ोन से दुसरे फ़ोन को चार्ज कर सकते है? यह पोस्ट आपको पसंद आई होगी। ऐसी ही तकनीक से जुड़े पोस्ट के बारे में पढ़ने के लिए निचे दिए हुए टैग पर क्लिक करे।
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जय हिन्द !